राहु केतु का प्रभाव

  • सप्तम भाव और वैवाहिक जीवन ज्योतिषशास्त्र में प्रत्येक भाव का अपनी विशेष भूमिका है, और इनमें से सप्तम भाव का विशेष महत्व है। सप्तम भाव वैवाहिक जीवन, जीवनसाथी और साझेदारियों का प्रतिनिधित्व करता है। यदि इस भाव की स्थिति मजबूत हो, तो यह व्यक्ति के वैवाहिक जीवन को सुखमय और समृद्ध बना सकता है, लेकिन…

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  • कुंडली में राहु और केतु का दोष: जानिए राहु-केतु दोष और इसके उपाय ज्योतिष शास्त्र में राहु और केतु को छायाग्रह माना जाता है। ये ग्रह सूर्य और चंद्रमा के साथ जुड़े होते हैं, लेकिन ये कभी भी सीधे रूप से ग्रह नहीं होते, बल्कि ये काल्पनिक या छायामूलक ग्रह हैं। इन ग्रहों की स्थिति…

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