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कालसर्प दोष का अर्थ है – “काल” यानी मृत्यु और “सर्प” यानी सर्प या नाग।
जब किसी व्यक्ति की जन्मकुंडली में सभी सात ग्रह राहु और केतु के बीच आ जाते हैं, तो यह दोष बनता है। यह स्थिति व्यक्ति के जीवन में रुकावटें, संघर्ष और मानसिक तनाव उत्पन्न कर सकती है।
“जब सभी ग्रह जन्मकुंडली में राहु और केतु के बीच स्थित हों, तब कालसर्प दोष बनता है — यह व्यक्ति को जीवनभर बाधाओं और संघर्षों का सामना कराता है।”
ज्योतिष में राहु और केतु को छाया ग्रह कहा गया है। जब ये दोनों विपरीत स्थानों पर होते हैं और बाकी ग्रह उनके बीच आते हैं, तब यह कालसर्प योग बनता है।
यह दोष प्रायः पिछले जन्मों के कर्मों से जुड़ा होता है और जीवन में कई अनचाहे परिणाम देता है।
कई बार इसका प्रभाव 47 वर्ष तक रहता है, और कुछ मामलों में यह संपूर्ण जीवनकाल तक सक्रिय रहता है।
हालाँकि, कुंडली में शुभ ग्रहों की स्थिति (राजयोग, स्वगृही ग्रह, उच्चस्थ ग्रह) होने पर इसके दुष्प्रभाव कम हो सकते हैं।
कालसर्प दोष कुल 12 प्रकार के होते हैं — जैसे:
हर एक प्रकार जीवन के अलग-अलग क्षेत्रों पर प्रभाव डालता है — जैसे धन, स्वास्थ्य, विवाह, संतान, करियर आदि।
यदि आपकी कुंडली में कालसर्प योग बना हुआ है, तो आप इनमें से कुछ लक्षण अनुभव कर सकते हैं:
यदि आप इन लक्षणों को महसूस करते हैं, तो संभव है आपकी कुंडली में कालसर्प दोष सक्रिय हो।
आप हमारी वेबसाइट Kalsarp-Yog.com पर फ्री कालसर्प दोष चेक टूल से तुरंत अपनी कुंडली की स्थिति जान सकते हैं।
कालसर्प दोष व्यक्ति के जीवन में निम्न प्रभाव डाल सकता है:
हालाँकि, यह हमेशा नकारात्मक नहीं होता। यदि आपकी कुंडली में शुभ ग्रहों की स्थिति मज़बूत है, तो इसके दुष्प्रभाव बहुत कम हो जाते हैं।
कालसर्प दोष शांति पूजा ही इसका प्रमुख समाधान है।
हमारी टीम त्र्यंबकेश्वर, उज्जैन, और काशी जैसे पवित्र स्थलों पर वैदिक विधि से यह अनुष्ठान कराती है।
इस पूजा में शामिल हैं:
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यदि आप कालसर्प दोष के प्रभाव से परेशान हैं, तो देर न करें।
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Q1. कालसर्प दोष क्या होता है?
जब जन्मकुंडली में सभी ग्रह राहु और केतु के बीच आ जाएँ, तो इसे कालसर्प दोष कहते हैं।
Q2. क्या यह दोष हमेशा नकारात्मक होता है?
नहीं, यदि कुंडली में शुभ ग्रह और राजयोग हैं, तो इसके दुष्प्रभाव कम हो जाते हैं।
Q3. कालसर्प दोष कितने प्रकार का होता है?
यह 12 प्रकार का होता है, जैसे अनंत, वासुकी, पद्म, महापद्म आदि।
Q4. कालसर्प दोष की पहचान कैसे करें?
जन्मतिथि, समय और स्थान से कुंडली बनवाएँ या Kalsarp-Yog.com पर ऑनलाइन जाँच करें।
Q5. इसका उपाय क्या है?
वैदिक विधि से कालसर्प दोष निवारण पूजा कराना सबसे प्रभावी उपाय है।

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