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चंद्रमा के दोषों से मुक्ति दिलाता है मोती रत्न – जानिए पूजा और पहनने की विधि
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ज्योतिष शास्त्र में मोती (Pearl) को चंद्र ग्रह का रत्न माना जाता है। यह रत्न मानसिक शांति, भावनात्मक संतुलन और मन की स्थिरता प्रदान करता है। जिन लोगों की कुंडली में चंद्रमा कमजोर होता है या चंद्र दोष होता है, उनके लिए मोती अत्यंत उपयोगी सिद्ध होता है।
मोती रत्न किस ग्रह से जुड़ा है?
चंद्रमा (Moon) — चंद्रमा मन, भावना, कल्पना और सौंदर्य का कारक है। यदि यह कमजोर हो जाए तो व्यक्ति चंचल, तनावग्रस्त, भयभीत या भ्रमित हो सकता है। ऐसे में मोती धारण करने से चंद्र बलवान होता है।
किन लोगों को मोती रत्न पहनना चाहिए?
- जिनकी कुंडली में चंद्रमा नीच का हो या कमजोर हो
- नींद न आना, डर लगना या मानसिक अस्थिरता की शिकायत हो
- अवसाद, चिंता या भावनात्मक असंतुलन महसूस हो
- जिनके विचार बहुत तेजी से बदलते हों
- जिनके जीवन में मातृ सुख की कमी हो
पहनने का सही तरीका
- दिन: सोमवार
- समय: सुबह 6 से 8 बजे के बीच
- धातु: चांदी
- उंगली: कनिष्ठा (छोटी उंगली)
- रत्न का वजन: कम से कम 4 से 6 रत्ती
- पहले दिन क्या करें: रत्न को कच्चे दूध, गंगाजल और शुद्ध जल से धोकर चंद्रमा के सामने सफेद कपड़े पर रखकर पूजा करें।
मोती रत्न की पूजा विधि
- एक साफ सफेद कपड़ा बिछाएं।
- मोती को एक चांदी की थाली में रखें।
- उस पर अक्षत, सफेद फूल, चंदन और दीप अर्पित करें।
- चंद्रमा का ध्यान करते हुए यह मंत्र 108 बार जपें: “ॐ सों सोमाय नमः”
- मंत्रोच्चार के बाद मोती को चांदी की अंगूठी में पहन लें।
मोती रत्न के लाभ
- मन को शांति और स्थिरता मिलती है
- अवसाद और चिंता में राहत मिलती है
- रिश्तों में मधुरता आती है
- त्वचा, आंख, और हार्मोन से जुड़ी समस्याओं में लाभ
- मातृ सुख और मानसिक संतुलन की प्राप्ति
जरूरी सावधानियाँ
- नकली मोती पहनने से विपरीत प्रभाव हो सकता है
- यह रत्न जल से जुड़ा है, इसलिए पहनते समय शुद्धता का ध्यान रखें
- कुंडली के अनुसार ही धारण करें
FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
प्र.1: क्या मोती सभी लग्न के लोगों को शुभ होता है?
नहीं, यह कुंडली के चंद्रमा की स्थिति पर निर्भर करता है। बिना ज्योतिष परामर्श के न पहनें।
प्र.2: क्या मोती पहनने के बाद चंद्रमा को अर्घ्य देना चाहिए?
जी हां, पूर्णिमा और सोमवार को दूध से अर्घ्य देना बहुत फलदायी होता है।
प्र.3: मोती कितने दिनों में असर दिखाता है?
सही रत्न और विधि से धारण करने पर 20-30 दिन में असर महसूस होता है।
प्र.4: क्या मोती को किसी अन्य रत्न के साथ नहीं पहनना चाहिए?
शनि या राहु के रत्नों के साथ मोती पहनने से टालना चाहिए, क्योंकि ये विरोधी ग्रह माने जाते हैं।

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